दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की टीचर आरती कानूनगो ने ग्लोबल टीचर प्राइज के टॉप 50 में अपनी जगह बनाई है। आरती ने लड़कियों की शिक्षा, मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता और हैपीनेस क्लास की तकनीक के बदौलत यह मुकाम हासिल किया। इस अवॉर्ड के लिए 179 देशों में से दस हजार टीचर्स ने अप्लाई किया था।
आरती कहती हैं – मुझे इस प्रतियोगिता के बारे में 9वीं में पढ़ने वाली मेरी बेटी अनन्या ने बताया था। मेरे लिए उसकी आंखों में इतना कॉन्फिडेंस था कि मैंने अप्लाई कर दिया। पहले फॉर्म भरा, जिसमें 10 सवालों के जवाब 3000 शब्दों में देने थे। इसके साथ-साथ अपनी सोसायटी में एजुकेशन से जुड़े अपने काम के विडियो भी भेजने थे।
इसके बाद फोन पर इंटरव्यू, विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इंटरव्यू का सिलसिला चला। अब 10 फाइनलिस्ट फरवरी में चुने जाएंगे और 24 मार्च को दुबई में फाइनल रिजल्ट आएगा। विनर को दुबई में 1 मिलियन डॉलर (करीब 7 करोड़ रुपये) दिए जाएंगे जो कि उसे कम्युनिटी वर्क में लगाने होंगे।
आरती कहती हैं कि शुरुआत से ही मुझे मालूम था कि टीचर का रोल समाज में बहुत खास है। मुझे लगता है कि वे समाज में एक खास बदलाव ला सकते हैं। अगर हम अपने बच्चों से रिश्ता बना पाएं, उनसे जुड़ पाएं, तो हम उनकी जिंदगी का अहम हिस्सा बनकर उनकी राह खूबसूरत बना सकते हैं।
वही दुनिया के टॉप-50 टीचर्स में शामिल होने पर आरती को सीएम अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने भी बधाई दी।