“DUSU” चुनाव के वोटों की गिनती में धांधली, मीडिया को मतगणना स्थल से बाहर निकाला

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दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (DUSU) चुनाव के नतीजे आज यानि गुरुवार को आने हैं। वोटो की गिनती भी जारी कुछ समय पहले तक जारी थी, लेकिन अब कुछ विवाद का मामला सामने आ रहा है। जहां बताया जा रहा है कि काउंटिंग के दौरन इवीएम मशीन में कुछ गड़बड़ी आ गई है। जिसके बाद काउंटिंग को रोक दिया गया है। गुरुवार को 6 राउंड की गिनती पूरी होने के बाद छात्रों में झड़प हुई। जिसके बाद गिनती को पूरे दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।

मतगणना के बीच छात्रों में झड़प हो गई, इस दौरान शीशे के दरवाजे तोड़ दिए गए। झड़प और तोड़फोड़ के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। बता दें कि वोटों की गिनती के दौरान ईवीएम में भी खराबी आई थी, जिसके कारण दो बार गिनती रोक दी गई थी।

दरअसल गिनती के दौरान मशीन खाराब होने के बाद मतगणना की जगहा से मीडिया और सभी पार्टी के लोगों को बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद लोग बिफर गए और एबीवीपी और एनएसयू के छात्रों में झड़प हो गई। साथ ही एनएसयू के छात्रों ने आरोप लगाया है कि एबीवीपी अपने सभी चार सीटों पर पीछे चल रही थी। जिसके बाद मशीन खराब होने का बहाना किया जा रहा है।

 

साथ ही एक नायाब मामला सामने आया है। जहां सेक्रेटरी पोस्ट पर कुल आठ उम्मीदवार हैं, लेकिन 9 वां बटन  NOTA का है। लेकिन एक EVM में 10 नम्बर बटन को 40 वोट मिले हुए हैं। जो सोचने वाली बात है।

ऐसे में DU प्रशासन ने भी मामले से पला झाड़ लिया है और प्रशासन ने एनएसयूआई और एबीवीपी से खुद मामला सुलझाने को कहा है।

अब आने वाले कुछ वक्त में ही पता चल पाएगा कि इस बार किसके सर ताज होगा

6 राउंड की गिनती पूरी होने तक अध्यक्ष और सचिव पद पर NSUI आगे चल रही थी. वहीं उपाध्यक्ष और ज्वाइंट सेकेट्ररी के पद पर ABVP आगे चल रही थी.

NSUI की ओर से अध्यक्ष पद पर सन्नी चिल्लर, सचिव पद पर आकाश आगे चल रहे हैं. उपाध्यक्ष पद पर ABVP के शक्ति, ज्वाइंट सेकेट्ररी पद पर ज्योति आगे चल रही हैं.

बुधवार को इसके लिए वोट डाले गए थे. इस बार मात्र 44.46 प्रतिशत ही वोटिंग हुई थी. राष्ट्रीय राजधानी के कॉलेजों में 52 केंद्रों पर मतदान हुआ. इन चुनाव में कुल 23 उम्मीदवार खड़े हुए थे.

बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे और साढ़े नौ बजे के बीच 18.5 फीसदी मतदान हुआ और सुबह साढ़े 11 बजे तक 34 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

डूसू चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के प्रत्याशी मैदान में हैं, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) की छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति ने वामपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) के साथ गठबंधन किया है.

एनएसयूआई ने इन चुनावों में दिल्ली विश्वविद्यालय को ‘‘उत्कृष्टता संस्थान’’ का दर्जा दिलाने और दस रुपए की थाली का वादा किया है जबकि एबीवीपी ने छात्र संघ का 50 फीसदी बजट महिलाओं और सामाजिक न्याय संबंधित गतिविधियों पर खर्च करने तथा खेलों को बढ़ावा देने और कॉलेज परिसरों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीनें लगाने का वादा किया है.

आप के फरवरी 2015 में दिल्ली में सत्ता में आने के बावजूद उसकी छात्र ईकाई डूसू चुनावों में असफल रही है. उसने सीसीटीवी कैमरे लगाने, परिसर में पुलिस बूथ लगाने, ‘‘गुंडागर्दी की संस्कृति’’ खत्म करने और शिक्षा के व्यावसायीकरण का विरोध करने का वादा किया है.