पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को मानवाधिकारों के हनन, बढ़ती असहिष्णुता और देश का ज्यादातर पैसा अमीरों की जेब में जाने से अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई को लेकर अपनी चिंता जाहिर की। एक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए प्रणब मुखर्जी ने कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। ‘शांति, सद्भावना व प्रसन्नता की ओर: संक्रमण से परिवर्तन’ विषय पर आयोजित इस दो दिन के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन प्रणब मुखर्जी फाउंडेशन एंड सेंटर फॉर रूरल एंड इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट ने किया है।