Home news Entertainment 90 के दशक की पूर्व अभिनेत्री बोली- दिल्ली के लोगों पर शर्म...

90 के दशक की पूर्व अभिनेत्री बोली- दिल्ली के लोगों पर शर्म आती हैं…..

1990 के दशक की प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री व पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर की पत्नी के साथ दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके साकेत में मारपीट व लूटपाट का मामला सामना आया है। जिसमें बदमाश उनके सिर पर मुक्का मारकर पर्स और मोबाइल लूट ले गए।
फरहीन का कहना है कि वह सड़क पर पड़ी रहीं, मगर कोई उनकी सहायता के लिए आगे नहीं आया। दिल्ली के लोगों पर शर्म आती हैं। जो एक दूसरे की सहायता नहीं करते तभी दिल्ली में निर्भया सामूहिक दुष्कर्म जैसे कांड होते हैं। उन्होंने चोरी की धारा में एफआईआर दर्ज करने पर भी पुलिस को लेकर नाराजगी जताई है। बताया जा रहा है कि एक आर्मी अफसर ने बदमाशों की गाड़ी का नंबर नोट किया है।
जब वह बदमाशों के पीछे भाग रही थीं तो उन्हें अस्थमा का अटैक आ गया। वह रोड पर गिर पड़ीं, मगर कोई उनकी सहायता के लिए आगे नहीं आया। पुलिस ने भी लूटपाट की बजाय चोरी की धारा में ई-एफआईआर दर्ज किया है। पूर्व क्रिकेटर मनोज प्रभाकर पत्नी फरहीन प्रभाकर के साथ सर्वप्रिय विहार, पंचशील पार्क में रहते हैं।
बता दें कि फरहीन शनिवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे कार से सलेक्ट सिटी मॉल जा रही थीं। मैक्स अस्पताल के सामने चार लड़के आगे-पीछे से उनकी कार को जोर-जोर से पीटने लगे। उस समय उनकी कार रुकी हुई थी और वह मोबाइल पर सहेली से बात कर रही थीं। उन्होंने लड़कों से कार में हाथ मारने का कारण पूछा तो एक युवक उन्हें गाली देने लगा। फरहीन के कारण पूछने पर युवक ने उनके सिर में जोर से मुक्का मार दिया। सिर में मुक्का लगने से उन्हें चक्कर जैसा आ गया और वह हक्काबक्का रह गईं। आरोपी युवक उनका मोबाइल छीनकर ले गया। दूसरी तरफ से दूसरा युवक उनका बैग लेकर फरार हो गया। बैग में करीब 15 हजार रुपये व कुछ ज्वैलरी थी। आरोपी युवकों की संख्या वह चार बता रही हैं। बदमाश विपरीत कैरिज्वे की तरफ फरार हो गए। किसी राहगीर का मोबाइल लेकर उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
फरहीन प्रभारकर ने बताया कि पीसीआर कॉल करने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें थाने ले गई। थाने में पुलिसकर्मियों ने उनकी बात नहीं सुनी और अपनी मर्जी से एफआईआर दर्ज की। साकेत पुलिस ने चोरी की धारा 379 में एफआईआर दर्ज की है। जबकि बीच सड़क पर दिनदहाड़े उनके साथ मारपीट व लूटपाट हुई है। ऐसे में पुलिस को लूटपाट की धारा में मामला दर्ज करना चाहिए था।

Exit mobile version