छट पर्व का आज तीसरा दिन है। आज छठ का पहला अर्घ्य दिया जाएगा और ये अस्ताचलगायी सूर्य को दिया जाता है। जल में दूध डालकर सूर्य की आखिरी किरण को अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि सूर्य की एक पत्नी जिसका नाम प्रत्यूषा है उन्हें ही ये अर्घ्य दिया जाता है। संध्या के समय अर्घ्य देने से कुछ विशेष तरह के लाभ होते है। कहा जाता है कि इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और आयु लंबी होती है साथ ही आर्थिक सम्पन्नता आती है।