दशहरा के मौके पर ,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और PM मोदी ने दी शुभकामनाएं,

0

देशभर में आज दशहरा का त्योहार मनाया जा रहा है। इस त्योहार को विजय दशमी के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन देशभर में जगह जगह कार्यक्रमों का आयोजन होता है और रावण दहन किया जाता है। इस परंपरा को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में निभाया जाता है। “अधर्म पर धर्म की जीत, अन्याय पर न्याय की विजय हो ” यही है विजय दसमी का त्यौहार
इस दशहरा और विजय दशमी के पर्व पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ट्वीटर अकाउंट के जरिये सभी शवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।

“राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘विजय दशमी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई। दशहरा, बुराई पर अच्छांई की विजय का प्रतीक है। यह त्यो्हार हमें नैतिकता, भलाई और सदाचार के रास्तेक पर चलने की प्रेरणा देता है। मेरी शुभकामना है कि यह पर्व देशवासियों के जीवन में समृद्धि व प्रसन्नता का संचार करे।’

“प्रधानमंत्री मोदी ने भी देशवासियों को विजय दशमी की शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘विजयादशमी के पावन अवसर पर आप सभी को अनंत शुभकामनाएं।’

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सभी शवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि यह त्योहार देश में शांति, सद्भाव और समृद्धि लेकर आएगा।
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने नायडू के हवाले से ट्वीट किया, ‘‘विजयादशमी के पावन पर्व पर मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। दशहरा का पर्व हमें याद दिलाता है कि हमें अपने भीतर की आसुरी शक्तियों से लगातार लड़ने और अच्छाई एवं सद्भाव को बल देने की आवश्यकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईश्वर करें, यह उत्सव हमारे देश के लिए शांति, सद्भाव और समृद्धि लेकर आए।’’

“विजया दशमी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई। दशहरा, बुराई पर अच्छा्ई की विजय का प्रतीक है। यह त्योशहार हमें नैतिकता, भलाई और सदाचार के रास्तेत पर चलने की प्रेरणा देता है। मेरी शुभकामना है कि यह पर्व देशवासियों के जीवन में समृद्धि व प्रसन्नता का संचार करे।

मालूम हो कि दशहरा का पर्व हर साल शारदीय नवरात्रि के 9 दिन समाप्त होने के बाद 10वें दिन मनाया जाता है। इस साल दशहरा 15 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की 10वीं तिथि को दशहरा का पर्व आता है। मान्यता है कि दशहरा के दिन ही भगवान राम ने रावण का वध किया था, इसलिए इस दिन को विजय दशमी कहा जाता है।