राजस्थान में आज प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने सामने आ गए। एक तरफ कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता लखीमपुर हिंसा के खिलाफ मौन व्रत रखने को जुटे थे, वहीं बीजेपी कार्यकर्ता रीट पेपर लीक में सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे।
गांधीजी के मार्ग पर सत्य और न्याय की लड़ाई जारी रहेगी।
लखीमपुर के शहीद किसानों को इंसाफ दिलाने के लिए आज @GovindDotasra जी के नेतृत्व में प्रदेश कांग्रेस ने "मौन व्रत" रखकर हत्यारों की गिरफ्तारी एवं गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करने की मांग की।#KisanKoNyayDo#MaunVrat pic.twitter.com/8Dkn8nP5TX
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) October 11, 2021
कार्यक्रम में शामिल कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता तीन घंटे के मौन व्रत पर थे लेकिन वे लोग तीन मिनट भी मौन नहीं दिखे। राजस्थान में कांग्रेस एक तरफ लखीमपुर खीरी की घटना को घटना को लेकर मौन व्रत कर रही थी। वहीं पास में ही बीजेपी ने रीट परीक्षा पेपर लीक को लेकर प्रदर्शन किया।
करीब 1 घंटे देरी से शुरू हुए कांग्रेस के इस तीन घंटे के मौन व्रत के कार्यक्रम में कांग्रेसी नेता 2 घंटे से ज्यादा बातचीत करते ही नजर आए। कार्यक्रम में शामिल सभी विधायक, कार्यकर्ता वहां सब आपस में बातचीत करते दिखे, मतलब कोई मौन नहीं था। बल्कि मौन व्रत के नाम पर बात करते हुए इन्होंने लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए लोगों के प्रति अपनी असंवेदनशीलता का ही परिचय दिया।
राजस्थान कांग्रेस ने सुबह 10 बजे से लेकर 1 बजे तक मौन व्रत पर बैठने की बात कही थी लेकिन कार्यक्रम ही 11 बजे शुरू हुआ। साथ ही इस कार्यक्रम में न गहलोत पहुंचे न पायलट, यानि किसी बड़े नेता की मौजूदगी नहीं रही। कांग्रेस ने दूसरे राज्यों में भी ऐसे ही प्रदर्शन किए। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने भी आज लखीमपुर घटना के विरोध में बंद का ऐलान किया था।
रीट(REET) पेपर लीक मामले को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी किया गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
दूसरी तरफ बीजेपी ने राजस्थान के सड़कों पर जमकर हंगामा किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के मौन व्रत वाली जगह के पास जाकर रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में गहलोत सरकार को घेरा।