यूपी में खुला देश का पहला वर्चुअल एग्जीविशन मॉल

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पिछले एक साल से कोरोना के कारण बाजार और कारोबारी गतिविधियों में आए बदलावों के बीच उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में देश का पहला वर्चुअल एग्जीविशन मॉल खोलने की योजना पर काम कर रही है। यह मॉल ऑनलाइन कारोबार का यह ऐसा फोरम होगा जहां पर क्रेता और विक्रेता अपनी सुविधा के मुताबिक किसी भी समय उत्पादों की खरीद-बिक्री कर सखते है।

बीते महीनों में समय समय पर कारोबार के लिए आयोजित वर्चुअल एग्जीविशन, वर्चुअल सेमिनार, लोन मेला आदि को मिली सफलता के बाद ऑनलाइन कारोबार के लिए एक स्थाई प्लेटफार्म बनाने की दिशा में यह पहल शुरू की गई है। इस एग्जीविशन ओडीओपी, एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग तथा राज्य के अन्य लोकप्रिय हैंड मेड व उत्पाद बिक्री के लिए प्रदर्शित किए जा सकेंगे।

उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के मुताबिक इस ऑनलाइन प्लेटफार्म पर एक बार में कम से कम 500 स्टाल के प्रदर्शन का प्रबंध किया जाएगा। क्रेता और विक्रेता ऑनलाइन संवाद भी बात  कर सकेंगे। स्टालों का आवंटन शिल्पकार, कारीगर, उत्पादक या निर्यातक को एक तय समय सीमा के लिए किया जाएगा। समय की अवधि समाप्त होने पर दूसरों को मौका दिया जाएगा। इस प्लेटफार्म का सबसे अधिक लाभ निर्यातकों को होगा। विदेशी खरीदार आसानी से मॉल के माध्यम से अपने पसंद के उत्पाद का आर्डर कर सकेंगे।

एमएसएमई व खादी ग्रामोद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. नवनीत सहगल के मुताबिक वर्चुअल एग्जीविशन मॉल को थ्रीडी तकनीकी का होगा। इस प्रदर्शनी में लगने वाले स्टालों पर प्रदर्शित उत्पाद खरीदारों को बहुत ही स्पष्ट पूरी गुणवत्ता के साथ नजर आएंगे। इस प्लेटफार्म से उत्पादों की खरीद-बिक्री के साथ ही अन्य कारोबारी गतिविधियां भी समय-समय पर की जाएंगी। यह प्लेटफार्म राज्य में कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देगा। उत्पादकों, निर्यातकों और कारीगरों को इस प्लेटफार्म के माध्यम से बड़ा बाजार मिल सकेगा।