मणिपुर भूस्खलन में सेना का कैंप तबाह, 60 लोगों के दबे होने की आशंका,रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, बीजेपी महामंत्री विनोद तावड़े ने जताया दुःख, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

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मणिपुर के नोनी जिले में सेना के कैंप पर भूस्खलन से सेना के 7 जवानों समेत 14 लोगों की मौत हो गई. और 60 से ज्यादा लोग लापता हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी चल रहा है. भारतीय सेना की 107 प्रादेशिक सेना की कंपनी भूस्खलन के बाद बचाव अभियान चला रही है। 23 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है. मणिपुर भूस्खलन से भारी तबाही हुई है. भारी बारिश की वजह से बुधवार रात अचानक पहाड़ दरका और भारतीय सेना का कैंप तबाह हो गया. जिस वक्त ये हादसा हुआ कैंप में बड़ी संख्या में जवान मौजूद थे।

डीजीपी पी डोंगल का कहना है कि 23 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है जिसमें 14 लोगों की मौत हो चुकी है. बाकी लोगों की तलाश की जा रही है. सेना के जवान, रेलवे के कर्मचारी, गांववाले और मजदूरों को मिलाकर लगभग 60 लोगों के दब होने की आशंका है. कल दिनभर चले ऑपरेशन के बाद सेना के 7 जवानों के शव निकाले गए जबकि 13 जवानों को सुरक्षित बचाया गया. अधिकारियों के मुताबिक अभी बड़ी संख्या में जवान लापता हैं. जिनकी तलाश की जा रही है. कैंप पूरी तरह बर्बाद हो गया. खराब मौसम की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत हो रही है. इसमें रेलवे के नागरिक प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित स्थानीय लोग भी अपना पूरा सहयोग दे रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की। उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर एनडीआरएफ की टीमें भेज दी गई हैं।

वही पूरी घटना को लेकर बीजेपी महामंत्री विनोद तावड़े ने भी दुःख जताया है. उन्होने ट्वीट कर कहा, मणिपुर के नोनी जिले के तुपुल रेलवे स्टेशन पर हुए भीषण भूस्खलन के कारण हुई जनहानि के बारे में सुनकर मन दुखी हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। केंद्र और राज्य सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया।