94 की उम्र में डॉ. कृष्‍णा ने लिखी “GOD IS LOVE” पुस्‍तक, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने किया पुस्‍तक का विमोचन, दिखेगी प्राकृतिक प्रेम की झलक

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जीवन में प्रेम की प्रकृति और आध्‍यात्मिक विकास की यात्रा को दर्शा‍ती डॉ. कृष्‍णा सक्‍सेना की पुस्‍तक ‘गॉड इज लव’ जल्‍द ही पाठकों के बीच आने वाली है. भारतीय दर्शन और मानव प्रकृति की गहरी सझम रखने वाली डॉ. कृष्‍णा सक्‍सेना की इस पुस्‍तक का विमोचन 19 मई की सुबह 10:30 बजे दिल्‍ली के 36, डॉ. एपीजे अब्‍दुल कमला रोड पर आयोजित एक समारोह के दौरान किया गया.

गाजियाबाद से सांसद और भारतीय केंद्रीय राज्य मंत्री श्री जनरल (सेवानिवृत्‍त) डॉ. वीके सिंह ने आज प्रभात प्रकाशन की पुस्तक “God is Love” का विमोचन किया। डॉक्टर कृष्णा सक्सेना द्वारा लिखित इस पुस्तक में ईश्वर और प्रेम को लेकर उनके जीवन के अनुभव एवं भक्ति अमृत रस का सार है। प्रभात प्रकाशन के अनुसार, डॉ. सक्‍सेना की पुस्‍तक ‘गॉड इज लव’ प्रेम और आध्यात्मिकता का एक ऐसा वसीयतनामा है, जो पाठकों को आत्मखोज और आध्यात्मिक विकास की यात्रा की तरफ आमंत्रित कर प्रेम की प्रकृति और हमारे जीवन में इसकी परिवर्तनकारी शक्तियों को दर्शाती है.

इस मौके पर जनरल वी के सिंह ने कहा कि ” यह पुस्तक पढ़ने के साथ साथ जीवन में समाहित करने की है। इस पु्स्तक को डॉ. कृ्ष्णा सक्सेना जी ने बहुत ही धाराप्रवाह तौर पर वर्णन करते हुए अपने जीवन के 94 वर्षों के अनुभव को समाहित किया है। प्रेम की भावना, ईश्वर की भावना है। प्रेम दोगे तो प्रेम मिलेगा, साथ ही ये भी प्रेरणा मिलेगी कि किस प्रकार अपनी अहम पर काबू कर जीवन और इस संसार को सुखमय बना ईश्वरत्व प्राप्त कर सकते हैं”

आजादी के उपरांत लखनऊ से पहली पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाली महिला हैं लेखिका डॉक्टर कृष्णा सक्सेना.

पुस्तक God is Love की लेखिका सेवानिवृत्‍त प्रोफेसर डॉ. कृष्‍णा सक्‍सेना उत्‍तर प्रदेश की पहली महिला हैं, जिन्‍होंने 1955 में अंग्रेजी साहित्‍य में पीएचडी किया था. डॉ. कृष्णा सक्सेना एक लेखिका और शिक्षिका होने के साथ-साथ एक ऐसी दार्शनिक भी हैं, जिन्‍हें प्रेम, आध्यात्मिकता और मानवीय संबंधों की प्रकृति में गहन अंतर्दृष्टि के लिए जाना जाता है.  दिल्ली युनिवर्सिटी से रिटायरमेंट के पश्चात भी अपना लेखन-पठन का कार्य जारी रखा। 94 वर्षिय डॉक्टर कृष्णा सक्सेना ने अपनी नई पुस्तक “God is Love” में अपने जीवन के सार को सांझा किया है कि किस प्रकार भक्ति और प्रेम मार्ग पर चलकर भवसागर को पार किया जा सकता है। इससे पूर्व भी डॉक्टर कृष्णा सक्सेना कई पुस्तकों को लिख चुकी हैं, कृष्णा जी की पिछली पुस्तक लाइफ की केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह जी भी सराहना कर चुके हैं।