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पीएम मोदी के नेतृत्व और अंबानी-अडानी के सहयोग से जल्द बनेगा भारत ‘आर्थिक महाशक्ति’

हमारे माननीय प्रधानमंत्री, अंबानी-अडानी की बदौलत भारत जल्द ही ‘आर्थिक महाशक्ति’ बनने जा रहा है

नई दिल्ली- 2014 से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को ‘आर्थिक महाशक्ति’ बनाने का जिक्र करते रहे हैं. पीएम मोदी पिछले दस सालों से लगातार इस दिशा में हर मुमकिन कार्य कर रहे है चाहें वो डिजिटलाजेशन को बढ़ावा देने का हो या इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने का. और इन्हीं प्रयासों की बदौलत भारत जल्द ही आर्थिक महाशक्ति बनने जा रहा है. ये दावा हम नहीं बल्कि अमेरिकी मीडिया हाउस CNN ने किया है. माना जा रहा है 2027 तक भारत चीन को पछाड़ या विकल्प के रुप में दुनिया के Economic Superpower देशों में तीसरे नंबर पर आ सकता है.

आपको बता दें अभी तीसरे नंबर पर चीन ने काफी समय से अपनी जगह बनाई हुई है, और ये सब हुआ है हमारे देश के उद्योगपतियों की वजह से. ये उपाधि भारत को हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी और अडानी ग्रुप के मालिक गौतम अड़ानी की वजह से होने जा रहा है. मोदी सरकार के नेतृत्व में बढ़ रहे डिजिटलाजेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर में हो रहे निवेश के कारण भारत आर्थिक महाशक्ति में जल्द ही चीन का विकल्प बनता नजर आएगा.

2023 में भारत 3.7 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बना था. जबकि, 2014 में भारत 11वें स्थान पर था. पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा भी किया है कि अगर तीसरी बार केंद्र में उनकी सरकार बनती है, तो भारत को तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनाएंगे. अगर भारत को आर्थिक महाशक्ति बनना है, तो उसे 8 फीसदी की विकास दर हासिल करनी होगी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक अमेरिका और चीन के बाद आर्थिक ताकत के तौर पर भारत तीसरे नंबर पर आ जाएगा.

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इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि तीन व्यक्ति – मोदी, अंबानी और अडानी – आने वाले दशकों में भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में एक अहम भूमिका निभा रहे हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी समूह, दोनों पेट्रोल-डीजल, क्लीन एनर्जी से लेकर लेकर मीडिया और प्रौद्योगिकी तक के क्षेत्रों में व्यवसाय स्थापित किए हैं. दोनों में से हर एक की वैल्यू 200 बिलियन डॉलर से अधिक है.

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