आखिर क्यों ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ा हाथ का साथ ?

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:- होली के त्यौहार के बाद देश में सबसे बड़ी राजनीतिक हलचल मच रही है कि आखिर कांग्रेस पार्टी का चुनावी रंग क्या होगा?  कांग्रेस का साथ छोड़ने वाले  ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो चुके है लेकिन सबसे बड़ा सकंट मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर बना हुआ है क्योंकि अब तक ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने होली के दिन इस्तीफा देने की बात कही है जिससे कांग्रेस सरकार मध्य प्रदेश में अल्पमत में आ सकती हैं। आइए आज हम आपको जानकारी देंगे कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ क्यों छोड़ दिया? इस पर काग्रेस पार्टी का क्या कहना हैं।

आखिर क्यों छोड़ा कांग्रेस का साथ?

ज्योतिरादित्य सिंधिया होली के दिन कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं, इस पर कांग्रेस पार्टी ने टिप्पणी दी है कि पार्टी ने उन्हें सब कुछ दिया लेकिन सिंधिया ने पाला बदल लिया। इस पर ज्योतादित्य सिंधिया ने इस्तीफे का कारण बताते हुए लिखा है कि वह कांग्रेस में रहकर जनसेवा नहीं कर पा रहे थे, साथ ही सिंधिया गुट की तरफ से उन्हें सम्मान न मिलने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इस पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक ट्वीट किया है कि 18 साल के सिंधिया के राजनैतिक करियर में कांग्रेस ने क्या-क्या दिया।

       17 साल सांसद बनाया

       2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया

       मुख्य सचेतक बनाया

      राष्ट्रीय महासचिव बनाया

      यूपी का प्रभारी बनाया

      कार्यसमिति सदस्य बनाया

     चुनाव अभियान प्रमुख बनाया

      50+ टिकट, 9 मंत्री दिये

  यानि सिंधिया द्रारा कांग्रेस पर आत्मसम्मान न दिए जाने के आरोप लगाए गए । इस पर कांग्रेस ने बेबाकी से जवाब दिया। सिंधिया के इस्तीफे तुरंत बाद कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा उन्हें गद्दार तक कहा गया है इस लिस्ट में कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी के नाम भी शामिल हैं।

 आज थाम चुकें हैं बीजेपी का दामन

सिंधिया अब दोपहर को 2 बजे भाजपा में शामिल हो चुके हैं। पहले पार्टी की ओर से दोपहर 12.30 बजे का समय दिया गया था बीजेपी सूत्रों ने दावा किया है कि जेपी नड्डा अभी संसद के किसी काम में बिजी हैं, इसी वजह से सिंधिया की एंट्री में देरी हुई है। अब से कुछ देर में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने दिल्ली आवास से निकलेंगे वह सीधा भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर के लिए रवाना होंगे। सिंधिया के इस फैसले से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मध्य प्रदेश सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।

खतरे में कमलनाथ की सरकार, विधायक हुए शिफ्ट

खतरें के बादल मंडराने लगे हैं कमलनाथ की ओर से दावा किया जा रहा है कि वो अभी भी बहुमत हासिल कर लेंगे इस बीच बचे हुए जो विधायक हैं, कांग्रेस उन्हें अब जयपुर ला रही है। विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा भी गिरकर 104 पहुंच गया है। 22 इस्तीफों के बाद कांग्रेस की संख्या 114 से 92 हो गई है। हालांकि, मंगलवार शाम कमलनाथ की बैठक में कांग्रेस के 92 की बजाय 88 विधायक ही पहुंचे. लेकिन अब तक सपा-बसपा और निर्दलीयों की मदद से कांग्रेस के पास 99 विधायकों का समर्थन हासिल है।

अब विधानसभा में कुल संख्या: 206

बहुमत के लिए आंकड़ा: 104

कांग्रेस (गठबंधन) के पास आंकड़ा: 99

बीजेपी के पास आंकड़ा: 107

इन्होंने दिया इस्तीफा: 22

रिपोर्ट-आशा