संकट में भगवान राम की शरण में कमलनाथ सरकार !

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मध्य प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच संकट से घिरी कमलनाथ सरकार एक फिर भगवान राम की शरण में पहुंच गई है। सरकार ने ‘राम वन पथ गमन’ निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन को मंजूरी दे दी है। कमलनाथ कैबिनेट ने चित्रकूट से लेकर अमरकंटक तक चिन्हांकित किए गए राम वन पथ गम के निर्माण के लिए न्यास के गठन को मंजूरी दे दी। मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में इस ट्रस्ट में मुख्य सचिव समेत अध्यात्मिक विभाग के मंत्री पीसी शर्मा,

संस्कृति विभाग के मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ समेत अन्य इसके सदस्य होंगे।दरअसल कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में राम वन पथ गमन के निर्माण का वादा किया था। सरकार ने अपने इस वचन को पूरा करते हुए प्रदेश के उन इलाकों पर रामपथ बनाने का फैसला किया है। सरकार भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट से अमरकंटक तक रामवन गमन पथ के निर्माण के लिए सर्वे कराकर रास्ते में पड़ने वाले मंदिरों के जीर्णोद्धार की खास कार्ययोजना पर काम कर रही है। क्या है

रामवन गमन पथ – रामवन गमन पथ चित्रकूट से शुरु होकर अमरकंटक तक 350 किलोमीटर में बनाया जाना प्रस्तावित है, इसके लिए 700 करोड़ का खर्च प्रस्तावित है। इस पथ के निर्माण के लिए कुल नौ स्थान जिसमें पन्ना, कटनी, जबलपुर, मंडला,डिंडौरी, शहडोल और अमरकंटक चिन्हित किए गए है। यह वह स्थान है जहां पर भगवान राम अपने 14 साल के वनवास के दौरान गुजरे थे।