परतापुर के काशी गांव में छिपे थे नेपाल, पश्चिम बंगाल और बिहार से आए जमाती, पुलिस ने दबोचा

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महामारी कोरोना से निपटने के लिए जहां केंद्र सरकार द्वारा देशभर के नागरिकों से लॉक डाउन का पूरी तरह पालन करने की अपील की जा रही है। वहीं, दूसरी तरफ विदेश और दूसरे राज्यों से आकर मेरठ में शरण पाए जमाती पुलिस-प्रशासन के लिए लगातार सिरदर्द साबित हो रहे हैं। ताजा मामला परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव का है। जहां आज पुलिस ने एक मौलाना के घर पर छापा मारकर नेपाल और अन्य दो राज्यों से आए जमातियों को बरामद कर एक शेल्टर होम में क्वॉरेंटाइन किया है।
एसएसपी ने बताया कि इन जमातियों को शरण देने वाले तीन व्यक्तियों के खिलाफ परतापुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि परतापुर के काशी गांव में स्थित मौलाना के घर में बीती 3 मार्च से 14 लोग रुके हुए हैं। बार-बार कहने के बावजूद उक्त मौलाना द्वारा उन व्यक्तियों के विषय में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई। जिसके बाद आज क्षेत्रवासियों की शिकायत पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौलाना के घर पर छापा मारा।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर में छुपा कर रखे गए 14 व्यक्तियों को बरामद किया। पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि यह सभी व्यक्ति नेपाल, पश्चिम बंगाल और बिहार के निवासी हैं। जो एक जमात में शामिल होने के बाद काशी स्थित मौलाना के घर पर शरण लिए हुए थे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए फिलहाल उन्हें एक शेल्टर होम में क्वॉरेंटाइन किया है। एसएसपी ने बताया कि लॉक डाउन के बावजूद उन्हें शरण देने वाले तीन व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। उधर, जिले में लगातार बाहरी देशों और राज्यों से आए जमातियों के बरामद होने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।
गौहर अनवार