“जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का”- पीएम मोदी

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संसद में मंगलवार की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पे चर्चा करते हुए कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा है प्रधानमंत्री ने कहा है कि आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो क्योंकि आप इतने ऊंचे चले गए है कि जमीन दिखना बंद हो गई है, आप इतने ऊंचे चले गए है, जड़ो से ऊखड़ चुके है हमारा सपना ऊंचा उड़ने का नहीं है हमारा सपना जड़ो से जुड़ने का है।

कांग्रेस की चुटकी लेते हुए प्रधानमंत्री ने संसद में कहा कि आज 25 जून है बहुत लोगों को जानकारी भी नहीं है कि आज क्या हैं 25 जून को देश की आत्मा को कुचल दिया गया था, देश के मीडिया को दबोच दिया गया था, देश के महापुरुषों को जेल भेज दिया गया था, ताकि किसी की सत्ता चली ना जाएं।

पीएम ने कांग्रेस को एक बार फिर याद दिलाया कि संविधान के बारे में बताना कोई भूल नहीं सकता है यह दाग कभी मिट नहीं सकता है, यह बात किसी को भला भुरा कहने के लिए नहीं है। एक बार फिर जनता ने जाति, पंत से बाहर आकर देश के भविष्य के लिए वोट दिया है। आज हमारे पास बापू से बड़ी कोई प्ररेणा नहीं है।

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि हम भारत को कहां ले जाना चाहते है कैसे ले जाना चाहते है इसका खाका भी हमने बनाया है। समय की मांग है मिलकर के आगे बढ़ना है।

संसद की इस चर्चा में 60 सांसदो ने हिस्सा लिया है, जिसमें  मोदी ने जनता की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा मतदाता कितना जागरुक है हमारे देश के लिए यह हमें लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है। जनता ने सारी चीजों को अच्छे से समझा है तब जाकर दोबारा बिठाया है,यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है।

मोदी ने देशवासियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनता आपके काम को अनुमोदित कर दे जीवन में इससे बड़ा कोई संतोष नहीं होता है। जब फल मिलता है तो आनंद की अनुभूती होती है साल 2014 में देश की जनता ने मुझे मौका दिया था।

पीएम ने संसद में एक शानदार कविता भी सुनाई “जब हौसला बना लिया ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है कद आसमान का”।

मोदी ने 2014 के पांच साल के कार्यकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले पांच साल के कार्यकाल में जिसका कोई नहीं है उसकी सरकार है। 70 साल की बीमारियों को पांच साल में पूरा करना कठिन होता है, कठिनाईयों के बाबजूद भी हमने दिशा को छोड़ा नहीं हम अपने उस मकसद से चलते रहे।

पिछली सरकारों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि 2004 से 2014 वाली सरकार के लोगों ने अटल बिहारी वाजपेई जी की कभी तारीफ की हो तो बताएं  किसी भी सरकार ने अब तक सदन ने यह कहा हो कि हम देश को आगे लेकर जाएंगे तो बताएं।

फिर कांग्रेस पर प्रहार करते हुए पीएम ने कहां कि परिवार के बाहर के व्यक्तियों को कुछ नहीं मिलता है हांलाकि मोदी ने यह भी कहा कि हम किसी के योगदान को भूलते नहीं है।

देशवासियों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि 125 करोड़ देशवासियों के सपनों को अगर जीना है तो छोटा देश सोचने का अधिकार मुझे नहीं हैं, टूरिज्म के माध्यम से देश को आगे बढ़ाना है इन सारी चाजों के पीछे सिर्फ एक मकसद है देश को आगे बढ़ाना है।

हांलाकि पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हम काम करेगें औऱ सभी को सीख देते हुए बताया कि भारत की पहली सीख है कि सबसे पहले कर्तव आते है और उस कर्तव से ही अधिकार निकलते है।