Nag Panchami Special: नाग पंचमी के दिन ही खुलते हैं इस मंदिर के पट, पूरी होती हैं सभी इच्छाएं

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नाग पंचमी को हिन्दू धर्म में एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है। कई राज्यों में इस दिन नागों को दूध पिलाने की भी परम्परा है। ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के इस पावन दिन नागों को दूध पिलाने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। नाग पंचमी को सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचम तिथि को मनाया जाता है। शुक्ल पक्ष की पंचम तिथि इस बार 5 अगस्त को यानी कल है।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है मंदिर

आज हम नाग देवता के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसके बारे में शायद ही आपको पता होगा। इस मंदिर के पट सिर्फ नाग पंचमी के दिन ही खोले जाते हैं और रात 12 बजे ठीक 24 घंटे बाद बंद कर दिए जाते हैं। भक्तों को इस मंदिर के दर्शन केवल नाग पंचमी के दिन ही होते हैं। यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित है और इसका नाम है नाग चंद्रेश्वर मंदिर जो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के अंदर मौजूद है।

मंदिर में स्थापित है भव्य प्रतिमा

इस बार इस मंदिर के पट 4 अगस्त रात 12 बजे से 5 अगस्त यानी नाग पंचमी की रात 12 बजे तक खुले रहेंगे। आपको बता दें कि इस मंदिर में 11वीं शताब्दी की नाग देवता की प्रतिमा स्थापित है। कई मान्यताओं के अनुसार इस प्रतिमा को उस समय नेपाल से लाया गया था। इस मंदिर के दर्शन के लिए एक दिन पहले से ही भक्तों की लंबी कतारे लगनी शुरू हो जाती है।