बीजेपी से बेहतर समझता हूं हिंदू धर्म का मतलब- राहुल गांधी

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सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन पर बीजेपी की तरफ से उनका ‘गोत्र’ पूछा गया था। इस बीच राहुल गांधी ने दावा किया है कि वो हिंदू धर्म के बारे में बीजेपी से बेहतर समझते हैं।
दरअसल, मध्य प्रदेश दौरे के आखिरी दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का इंदौर में पत्रकारों के साथ मुलाकात का एक कार्यक्रम रखा गया था। इस दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “आपके पास एक खूबी होनी चाहिए, वो है ह्यूमिलिटी (विनम्रता). ह्यूमिलिटी का मतलब है कि जब आप बोल रहे हो तो मैं आपको सुन रहा हूं, आपको समझने की कोशिश कर रहा हूं. मैं ये नहीं कह रहा हूं कि अगर कोई गुस्सा हो रहा है तो वो बेवकूफ है। अगर कोई गुस्सा हो रहा है तो मैं समझना चाहता हूं कि गुस्सा क्यों हो रहा है। बीजेपी के लोग हिंदू घर्म को समझते ही नहीं हैं, इनसे बेहतर हिंदू धर्म को मैं समझता हूं.”बीजेपी से बेहतर समझता हूं हिंदू धर्म का मतलब- राहुल गांधीवही पत्रकारों के साथ मुलाकात के बाद इंदौर में ही कांग्रेस अध्यक्ष का व्यापारियों और उद्यमियों के साथ बातचीत का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार से जुड़े एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ”मोदी सरकार के पास मेरे बारे में भ्रामक प्रचार करने के लिए बजट है. वो मेरे बारे में तरह-तरह की बातें फैलाते हैं. सोशल मीडिया की प्रकृति है कि ये हेडलाइन और इमोशन पर चलता है, और यह 21वीं सदी की समस्या है. अमेरिका के राष्ट्रपति कहते हैं दीवार बनाएंगे और चुनाव जीत जाते हैं, मोदी जी कहते हैं कि अच्छे दिन आएंगे तो चुनाव जीत जाते हैं. कांग्रेस का सिस्टम एक दूसरे की बात सुनने का सिस्टम है, जबकि बीजेपी का सिस्टम लाउडस्पीकर सिस्टम है. लेकिन बाद में जनता समझ जाती है कि लाउडस्पीकर बोल तो रहा है पर काम नहीं कर रहा.”बीजेपी से बेहतर समझता हूं हिंदू धर्म का मतलब- राहुल गांधीवही महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े एक सवाल के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”हिंदुस्तान में पुरुषों का रवैया महिलाओं के लिए ठीक नहीं है. मुझे अच्छा नहीं लग रहा यह कहते हुए क्योंकि मैं खुद पुरुष हूं, लेकिन मैं कहना चाहता हं की पुरुषों के विचार महिलाओं के लिए ठीक नहीं है और इसे बदलने की जरूरत है. बीजेपी का विधायक महिला का रेप करता है, इस पर प्रधानमंत्री को स्पष्ट और साफ नजरिया रखना चाहिए था. हिंदुस्तान की जनता पीएम की ओर देखती है, यदि वे चुप रहते हैं तो गलत काम करने वाला सोचता है कि ये किया जा सकता है.”