Mother Teresa: मां का सिखाया वह सबक जिसकी वजह से वे लाखों मासूमों की ‘मां’ बनी

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मदर टेरेसा की जयंती पर हम आपको बताएंगे वो कहानी जिसने मदर टेरेसा के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला। यह कहानी उनकी मां ने उन्हें सुनाई थी। दरअसल जब मदर टेरेसा करीब दस साल की थी जब उनकी मां ‘Dranafile Bojaxhiu’ ने उन्हें ये कहानी सुनाई थी जिसने उनमें करुणता, दया और तमाम वो भावनाएं भर दी जिन्होंने उन्हें एक समाजसेविका और करोड़ों लोगों की चहेती बना दिया।

एक बार स्कूल की छुट्टी के बाद मदर टेरेसा अपने दोनों भाई-बहनों के साथ घर लौटी। उस समय घर पर मदर टेरेसा और उनके दो भाई-बहनों के अलावा कोई नहीं था। उनकी मां किसी काम से बाहर गई थी। देखते ही देखते शाम हो गई। तीनों भाई-बहन एक कमरे में बैठकर अपनी पढ़ाई की पुस्तकें खोलने लगे। उसी समय मदर टेरेसा अपनी स्कूल की एक अध्यापिका की समालोचना करने लगी और अपने अध्यापिका की एक कहानी अपने दोनों भाई-बहनों को सुनाने लगी। दोनों भी ध्यान से उसकी कहानी सुनने लगे। अचानक उनके कमरे की लाइट बंद हो गई।

कहानी बीच में ही रूक गई पर उन्होंने देखा कि साथ वाले कमरे की लाइट तो जल रही थी, तो उनकी कमरे की लाइट कैसे बंद हो गई। तीनों भाई बहन सोच में पड़ गए तभी साथ वाले कमरे से उनकी मां आई और उनसे कहने लगी- इस कमरे की बत्ती उन्होंने बंद की है क्योंकि उनके पास दूसरों की समालोचना में रोशनी जलाने के लिए पैसे नहीं है।