गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बाद BSF डीजी ने कहा – सेना ने ले लिया सैनिक की शहादत का बदला

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पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल पूरे हो गए हैं। 29 सितम्बर को भारतीय सेना के जवानों ने पीओके में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था। अब एक बार फिर भारतीय सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए शहीद नरेन्द्र शर्मा की शहादत का बदला लिया है।

बीएसएफ के वर्तमान महानिदेशक के के शर्मा ने बताया, ‘अपने सैनिक नरेंद्र शर्मा की शहादत का बदला लेने के लिए हमने नियंत्रण रेखा पर कार्रवाई की है। हमारे पास उचित समय पर और अपनी पसंद के स्थान पर जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है।’

बीते 18 सितंबर को एलओसी पर पाकिस्तान की सेना के हमले में हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह की शहादत हो गई थी। के के शर्मा ने बताया कि ये कायराना हरकत करने के बाद दुश्मन छुप कर भाग गया था। वे कहीं नहीं उन्होंने कहा, ‘बी एस एफ ने मुंहतोड़ कार्रवाई की है , दुश्मन को हमेशा के मुकाबले इस बार ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. हम दोबारा भी यह करेंगे।’

30 सितंबर को रिटायर होने जा रहे के के शर्मा ने बताया कि जवान के सीने में तीन गोलियां मारी गईं थीं, उन्हें बाड़ के दूसरी तरफ खींचकर ले जाया गया, उनके पैर बांध दिए गए और गला रेत दिया गया।

केके शर्मा ने भी सख्त लहजे में कहा कि नियंत्रण रेखा पर कुछ जवाबी कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है, जो कि आगे भी जारी रहेगी। बीएसएफ महानिदेशक ने बताया कि पाकिस्तान को भारत की तरफ से ‘सर्जिकल स्टाइक’ जैसी कार्रवाई का डर लग रहा है इसीलिए अपनी तरफ अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर लगभग पांच किलोमीटर तक का क्षेत्र खाली कर दिया है।

बीएसएफ डीजी जैसा ही बयान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी  दिया था। शुक्रवार को उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि दो साल पहले की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और हम उसे उसकी भाषा में ही जवाब दे रहे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि,’मैंने बीएसएफ के जवानों को कहा है कि पड़ोसी हैं पहली गोली मत चलाना, लेकिन उधर से एक गोली चले तो फिर अपनी गोली मत गिनना’।