रिकॉर्ड से महज एक कदम दूर भारत, आज जीता तो 10वीं बार एशिया कप के फाइनल में भारत

2

विश्व की चोटी की टीमों में शामिल भारतीय टीम एशिया कप के सुपर-4 में आज पाकिस्तान को हराकार इतिहास रचने के लिए बेकरार होगी। भारत  आज का मैच  जीत दर्ज कर 10 वीं बार एशिया कप के फाइनल में प्रवेश करेंगी। बता दें कि एशिया कप के सबसे ज्यादा बार फाइनल में पहुंचने का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। जिसने अबतक 11 बार एशिया कप के फाइनल में प्रवेश किया है, लेकिन इस बार वह दोनों ग्रूप मैच में हारकर बाहर हो चुकी है।

आज का मैच भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे शुरू होगा। इससे पहले शाम 4.30 बजे टॉस किया जाएगा। भारतीय टीम को अब तक एशिया कप के 9 फाइनल में से 6 में जीत मिली है और 3 में उसे हार का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि पिछली बार 2016 में टी-20 फॉर्मेट में टीम इंडिया ने खिताब जीता था।

आज हारने वाली टीम को फाइनल में पहुंचने के लिए सुपर-4 का अपना आखिरी मुकाबला जीतना ही होगा। चार दिन पहले ही ग्रुप मैच में भारत ने पाकिस्तान को 8 विकेट से धोया था, लेकिन इतिहास को ध्यान में रखते हुए टीम इंडिया इस पारपंरिक प्रतिद्वंद्विता को जरा भी हल्के में नहीं लेना चाहेगी।

दरअसल, भारत और पाकिस्तान 10 साल बाद एशिया कप में दूसरी बार एक-दूसरे से भिड़ेंगे। इससे पहले 2008 के एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच दो मुकाबले हुए थे। तब पहले मैच में भारत 6 विकेट से जीता था, जबकि दूसरे में पाकिस्तान 8 विकेट से जीतने में कामयाब रहा था।

टूर्नामेंट के शुरुआती मैच में कमजोर हांगकांग ने भारत के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाया था, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया ने सरफराज अहमद की टीम के खिलाफ मैच में एकजुट होकर शानदार प्रदर्शन किया।

छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने कप्तान रोहित शर्मा के अर्धशतक से 21 ओवर रहते ही जीत हासिल कर ली। अपने करिश्माई कप्तान विराट कोहली के बिना भी भारतीय टीम मजबूत दिख रही है और उम्मीदों के अनुसार यहां की पिचों पर अच्छा खेल दिखा रही है।

रोहित ने पारी का आगाज करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की और इसके बाद उन्होंने बांग्लादेश पर सात विकेट की जीत में 83 रनों की पारी खेली।

रोहित के साथी सलामी जोड़ीदार शिखर धवन ने भी इंग्लैंड की मुश्किल भरी परिस्थितयों में खराब समय के बाद यहां रन जुटाए और हांगकांग के खिलाफ शतक सहित तीनों मैचो में रन बनाए।

मध्यक्रम में अंबति रायडू और दिनेश कार्तिक की जोड़ी इस बड़े मैच में मौके का फायदा उठाते हुए उपयोगी योगदान करना चाहेगी। रायडू ने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप मैच में नाबाद 31 रन बनाए थे, पर बांग्लादेश के खिलाफ ऐसा नहीं कर सके।

अनुभवी महेंद्र सिंह धोनी ने शुक्रवार को क्रीज पर कुछ समय बिताया और 37 गेंदों में 33 रन बनाए थे। केदार जाधव ने अपनी गेंदबाजी के अलावा बल्ले से भी अपनी अहमियत साबित की है। एक साल से ज्यादा समय बाद वापसी कर रहे रवींद्र जडेजा ने भी मौके का अच्छा फायदा उठाया और बांग्लादेश के खिलाफ चार विकेट चटकाए। वह और बेहतर करने के लिए बेताब हैं। पाकिस्तान उनसे सतर्क रहना चाहेगा जो निचले क्रम में बल्लेबाजी में भी योगदान दे सकते हैं।