शुक्र का तुला में गोचर, आपके लिए घातक साबित हो सकता है, जानें कैसे!

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शुक्र का तुला में गोचर, आपके लिए घातक साबित हो सकता है, जानें कैसे!

शुक्र का तुला में गोचर, आपके लिए घातक साबित हो सकता है, जानें कैसे! इस गोचरीय अवधि के दौरान शुक्र आपकी राशि से छठे भाव में स्थित होंगें। इस गोचर के दौरान आपको विशेष रूप से अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता पड़ सकती है। आपके लिए बेहतर होगा कि इस दौरान आप अपनी सेहत का खासतौर से ध्यान रखें और खान पान की आदतों में सुधार ज़रूर करें। स्वस्थ्य जीवन के लिए स्वास्थ्य आहार और जीवनशैली अपनाना विशेष रूप से अहमियत रखता है। गोचर की इस अवधि में आपके शत्रु आपके खिलाफ कोई ऐसी चाल चल सकते हैं जिससे आपको कठिनाईओं का सामना करना पड़ सकता है।

गोचर क्या होता है

बहरहाल, इस दौरान आपको विशेष रूप से उनसे सावधान रहने की आवश्यकता होगी। किसी भी हाल में अपने शत्रुओं को खुद पर हावी ना होने दें। यदि आप विवाहित हैं तो शुक्र के इस गोचरकाल के दौरान आपको वैवाहिक जीवन में कुछ उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। अपने अहम को कभी भी अपने रिश्ते के बीच ना आने दें अन्यथा इसका विपरीत प्रभाव देखने को मिल सकता है। यदि आप किसी व्यापार से जुड़े हैं तो, इस गोचरकाल के दौरान आपके बिज़नेस पार्टनर के साथ आपका किसी बात को लेकर मन मुटाव हो सकता है।

 

जहाँ तक आर्थिक जीवन का सवाल है,
तो इस गोचरीय अवधि में आपको फ़ालतू चीजों पर खर्च करने से बचना होगा। ग़ौरतलब है कि आपको इस समय पैसों की बचत पर ख़ास ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
पैसों का बचत कर आप इस गोचरकाल के दौरान आर्थिक तंगी का शिकार होने से बच सकते हैं।
इस गोचरीय अवधि के दौरान यदि आप किसी यात्रा पर जाने का विचार कर रहे हैं तो,


उसे कुछ समय के लिए निष्काषित करना ही आपके लिए हितकर होगा। इस समय यात्रा पर जाना आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है। इस दौरान कार्यक्षेत्र में किसी महिला के साथ आपके वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, स्थिति से बचने का भरपूर प्रयास करें।
इस गोचरकाल के दौरान कार्य स्थल पर आपको विशेष रूप से पूरी मेहनत के साथ काम करना होगा
तभी कहीं जाकर आपको सफलता मिलेगी।
आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए इस समय आप बैंक से लोन भी ले सकते हैं।
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर सामान्य रूप से फलदायी साबित हो सकता है।

उपाय

शुक्र के हानिकारक प्रभाव से बचने के लिए किसी मंदिर की पुजारिन को इत्र भेंट करें।