#Rashifal बुध का तुला में गोचर, किस राशि पर क्या पड़ेगा असर!

0

वैदिक ज्योतिष के अनुसार नव ग्रहों में बुध को युवराज ग्रह कहा गया है। बुध एक शुभ ग्रह है लेकिन कुछ परिस्थितियों में अशुभ ग्रहों के संपर्क में आने पर यह बुरे परिणाम देता है। बुध मिथुन एवं कन्या राशियों का स्वामी होता है। कन्या राशि में यह उच्च भाव में रहता है। वहीं मीन राशि में नीच भाव में स्थित होता है। बुध ग्रह प्रमुख रूप से बुद्धि, तर्क शक्ति, गणित, व्यापार और चेतना आदि का कारक कहा जाता है।

बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए करें ये उपाय

बुध को मजबूत करने के लिए या बुध ग्रह की शांति के लिए पन्ना रत्न धारण करना शुभ माना जाता है। वैदिक ज्योतिष अनुसार पन्ना पहनने से जातकों को अच्छे फलों की प्राप्ति होती है। बुध ग्रह की स्वामित्व वाली राशियों मिथुन और कन्या के जातकों के लिए पन्ना रत्न धारण करना विशेष फलदायी साबित होता है। इसके अलावा जिन जातकों की कुंडली में बुध की महादशा चल रही हो उनको बुध यंत्र को अभिमंत्रित करके बुध की होरा या बुध के नक्षत्रों (अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती) में इसे धारण करना चाहिए। इससे बुध ग्रह के अच्छे फल मिलने शुरु हो जाते हैं।

बुध गोचर का समय

वाणी, बुद्धि और तर्क शक्ति का कारक बुध ग्रह 29 सितम्बर 2019, रविवार दोपहर 12:41 बजे तुला राशि में प्रवेश करेगा। बुध ग्रह तुला राशि में 23 अक्टूबर 2019, बुधवार रात्रि 22:47 बजे तक स्थित रहेगा।