शुक्र का तुला में गोचर, क्या होगा मकर राशि के जातकों पर असर!

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इस गोचरीय अवधि में शुक्र आपकी राशि से दसवें भाव में स्थापित होंगें। गोचर की ये अवधि आपके लिए खासतौर से कार्यक्षेत्र में बाधा उत्पन्न कर सकती है। इस दौरान आप काम तो पूरी मेहनत के साथ करेंगे लेकिन उसमें आपको कुछ ख़ास लाभ नहीं मिलेगा। इस गोचरकाल के दौरान आप अपने वर्तमान जॉब में परिवर्तन कर सकते हैं। हालाँकि जॉब चेंज करने से पहले आपको इस बारे में अच्छी तरह से सोच विचार करने की आवश्यकता होगी। पारिवारिक स्तर पर, बच्चों के साथ किसी बात को लेकर आपका मनमुटाव हो सकता है। बच्चों की भावना आहत ना हो इसके लिए उनसे प्रेम पूर्ण व्यवहार बना कर रखें। पारिवारिक वातावरण में शांति बनाए रखने के लिए सदस्यों से मतभेद की स्थिति से बचें। गोचर की इस अवधि में आपको थोड़ा सचेत रहने की आवश्यकता होगी, क्योंकि आपके दुश्मन आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे, इसलिए आपके लिए बेहतर होगा की उनसे उलझने के बजाय उन्हें नज़रअंदाज़ करें। मकर राशि के पुरुष जातकों को विशेष सलाह दी जाती है कि इस दौरान खासतौर से महिलाओं का सम्मान ज़रुर करें। पारिवारिक जीवन की बात करें तो, इस गोचरकाल में परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा और परिवार के सदस्यों के साथ आप अच्छा वक़्त व्यतीत कर पाएंगे। प्रेम जीवन की बात करें तो, इस दौरान आपको अपने पार्टनर के साथ कुछ ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। यदि आप शादीशुदा हैं तो, वैवाहिक स्तर पर आपको मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप किसी बिज़नेस से जुड़े हैं तो, शुक्र के इस गोचरीय अवधि में आपको व्यापार में किसी प्रकार की बाधा का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार का इज़ाफा करने के दौरान किसी सरकारी अधिकारी के साथ आपका मतभेद हो सकता है।

उपाय

माँ दुर्गा की आराधना कर आप शुक्र के हानिकारक प्रभावों से बच सकते हैं।