पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में डायबिटीज से हार्ट फेल होने का खतरा ज्यादा…

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डायबिटीज की समस्या आज के समय में अधिक देखने को मिल रही है। इसको लेकर एक शोध से खुलासा हुआ है कि मधुमेह से पीड़ित महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा पुरुषों से ज्यादा रहता है। अध्ययन कहता है कि डायबिटिक महिलाओं में हार्ट फेल्यर का खतरा पुरुषों से 47 फीसदी ज्यादा रहता है।

इसकी असल वजह, इलाज में लापरवाही और अच्छी तरह से ख्याल नहीं रख पाना है। जिस तरह से पुरुषों को डायबिटीज के इलाज में केयरिंग लेवल मिलता है, उस तरह से महिलाओं को नहीं मिल पाता है। अध्ययन से जुड़े वैज्ञानिकों का कहना है कि टाइप 1 डायबिटीज के लिए यह खतरा और बढ़ जाता है। जिन महिलाओं को टाइप 1 डायबिटीज है उनके हार्ट फ्लेयर की संभावना पुरुषों के मुकाबले 47 फीसदी ज्यादा रहती है।

वहीं टाइप 2 डायबिटीज में खतरे की यह संभावना पुरुषों से नौ फीसदी ज्यादा रहती है। 1.2 करोड़ लोगों पर हुए अध्ययन के बाद वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला है। दरअसल, जिन लोगों को डायबिटीज होती है उनको हार्ट की बीमारियां ज्यादा होनी की संभावना रहती है। इसकी वजह ब्लड शुगर का उच्च स्तर है। दरअसल, ब्लड शुगर के स्तर के उच्च रहने से रक्त धमनियों में रुकावट आ जाती है और हार्ट फेल्यर होने की संभावना बढ़ जाती है।

यह अध्ययन ऑक्सफॉर्ड के जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ ने किया है। ब्रिटेन में 38 लाख लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं जिनमें  90 फीसदी को टाइप 2 डायिबिटीज है। 2025 तक अमेरिका में 50 लाख से ज्यादा डाइबिटीज मरीज हो जाएंगे। 2014 तक दुनियाभर में 42 करोड़ से ज्यादा डायबिटीज मरीज थे जिनकी संख्या 1980 तक तकरीबन 10 करोड़ थी। इससे साफ पता चलता है कि डायबिटीज का खतरा दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है।